उत्तरप्रदेश के आगरा में भारतीय वायु सेना का बिमान Mig-29 सोमवार दोपहर को क्रैश हो गया । जिसके बाद चारो तरफ भगदड़ मच गयी, यह बिमान भारतीय वायु सेना के आगरा एयरबेस से उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही कागारौल इलाके के गांव सोनिगा गांव के पास खाली खेतो में गिर गया , हालांकि वायुसेना का फाइटर जेट जमीन पर गिरने से पहले दोनों पायलट लड़ाकू बिमान से इजेक्ट होकर बाहर निकल गए। तेज़ रफ़्तार से फाइटर जेट के जमीन पर गिरते ही उसमे धमाके के साथ आग लग गई
दोनों पायलट सुरक्षित
बताया जा रहा है क़ि दोनों पायलट दुर्घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर सुरक्षित जाकर उतर गए। फिलहाल यह इसकी जांच का आदेश हो चुका है । वायुसेना के अधिकारी मौके पर पहुंच गए है गए है और घटना की जांच शुरू दी है । फाइटर जेट का ब्लैक बॉक्स भी वही नजदीक पड़ा मिला है ।
बिमान हादसे की जांच के आदेश
एएनआई ने सैन्य सूत्रों के हवाले से कहा है क़ि वायुसेना का मिग-29 बिमान पंजाब के आदमपुर एयरबेस से उड़ान पर था लेकिन वो अभ्यास के दौरान आगरा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, लेकिन पायलटो के सूझबुझ से समय रहते पैरासूट खोलकर अपनी जान बचा ली, वायुसेना ने बिमान हादसे की जांच के आदेश दे दिए है।
कैसा है वायुसेना का है एयरबेस
- आगरा एयरबेस वायुसेना का एक बड़ा तथा महत्वपूर्ण एयरबेस है। इसे खेरिया हवाई अड्डे के तौर पर भी जाना जाता है। यह 77 साल पुराना है, इस एयरबेस को अंग्रेजो ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रॉयल एयरफोर्स स्टेशन के तौर पर खोला था ।
- युद्ध के बाद इसे बंद कर दिया गे था, हालांकि 15 अगस्त 1947 को आजादी के साथ ही इसकी दोबारा नीव राखी गई। 1971 के बांग्लादेश युद्ध के दौरान इसे सेंट्रल एयर कमांड के तौर पर जिम्मेदारी दी गई। यहाँ SUKHOI -30 समेत कई लड़ाकू बिमान उड़ान भरते रहते है